पहलू
रात का राही
Thursday, March 19, 2020
ताजा पनीर
उजालों भरी यह धरती
जैसे ताजे पनीर की पिंडी
दूध फटने और फफूंद लगने के बीच
यही कुछ गिने-चुने पल हैं मेरे पास
जिनको मैं तुम्हारे नाम करता हूं
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