देखने भर से जी नहीं भरता
सारी बूंदों पर एक साथ नजर रखूं
शायद कोई एक जरा पक्की दिख जाय
सारी बूंदों पर एक साथ नजर रखूं
शायद कोई एक जरा पक्की दिख जाय
उसी को गप्प से पकड़ लूंगा
ऊपर चला जाऊंगा बरसात के मायके
कितनी तो मुझे उससे बातें करनी हैं
ऊपर चला जाऊंगा बरसात के मायके
कितनी तो मुझे उससे बातें करनी हैं
मेरा एक पुरखा सांप पकड़ कर
बीबी से मिलने एक बारजा चढ़ा था
मैं भी चढ़ जाऊंगा, बात शुरू होने दो
बीबी से मिलने एक बारजा चढ़ा था
मैं भी चढ़ जाऊंगा, बात शुरू होने दो
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