tag:blogger.com,1999:blog-5004531893346374759.post7321266238130621278..comments2023-11-02T04:01:12.182-07:00Comments on पहलू: बड़े धर्म और छोटे देवताचंद्रभूषणhttp://www.blogger.com/profile/11191795645421335349noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5004531893346374759.post-91515039822998231302010-06-17T01:40:45.610-07:002010-06-17T01:40:45.610-07:00apko padhna saty ke kreeb jana lgta hai .shbdo ke ...apko padhna saty ke kreeb jana lgta hai .shbdo ke sfar bhi niymit padhti hooशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5004531893346374759.post-27948378893727753782010-06-16T07:37:52.187-07:002010-06-16T07:37:52.187-07:00कई लोग कहते है हमने धर्म बदला है पुरखे नही .कई लोग कहते है हमने धर्म बदला है पुरखे नही .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5004531893346374759.post-9452735291599359812010-06-16T06:26:44.638-07:002010-06-16T06:26:44.638-07:00बदलते भारत की गवाही है यह भी. मेवात में युवा वर्ग ...बदलते भारत की गवाही है यह भी. मेवात में युवा वर्ग द्वारा अपने माता-पिता को हिन्दू नाम छोड़ने का दवाब, उत्तर भारत में वेलेंटाइन डे मनाने वालों को रपटाने का चलन, पूर्वांचल की मुस्लिम महिलाओं का धोती छोड़कर बुर्का अपनाना आदि ऐसे ही कुछ उदाहरण हैं. कुछ उदाहरण सिर्फ अपनी पहचान ढूँढने के जेनुइन प्रयास हैं और कुछ अपना वर्चस्व स्थापित करने के आसुरी प्रयास. रोजाना के संघर्षों से थका हुआ आम आदमी गुंडों से पंगा ले भी तो कैसे? विश्वसनीय, सक्षम और न्यायपूर्ण प्रशासन व्यवस्था की स्थापना इस तरह की एवं अनेकों अन्य समस्याओं का इलाज हो सकती है. अगर संगठित अपराधों से जनता को ही लड़ना पडेगा तो प्रशासन/सरकार की आवश्यकता ही क्या है?Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com